Thursday, September 18, 2014

सावधान ! एम्स में 'स्टाफ' बनकर ठगते हैं दलाल

नई दिल्ली-एम्स में स्टाफ के वेश में आपको दलाल मिल सकते हैं। ये दलाल मास्क पहने रहते हैं। इस वजह से सीसीटीवी कैमरे में भी इनकी पहचान नहीं हो पा रही है। अगर आप भी एम्स जा रहे हैं तो जल्द इलाज या जल्द जांच कराने के नाम पर दूसरे से मदद नहीं लें, वरना आप भी ऐसे ठग का शिकार हो सकते हैं। न्यूरो पेशंट निर्मल खुराना से दलाल ने 5500 रुपये ठग लिए।

निर्मल खुराना का न्यूरो विभाग और ऑर्थोपेडिक विभाग में इलाज चल रहा है। उनके पति अनिल कुमार ने बताया कि 6 सितंबर को कार्ड बनाने के लिए हम न्यूरो सेंटर पहुंचे थे। कार्ड बन गया था। पेशंट को दिखाने के बाद डॉक्टर ने दवा भी लिख दी थी। हम डॉक्टर से जानने की कोशिश कर रहे थे कि दवा कैसे खानी है। इसी बीच वहां गार्ड पहुंचा और उसने हमें बाहर कर दिया। बाहर निकलते ही एक आदमी मिला जो सफेद वर्दी और मुंह पर मास्क पहना था। उसने मेरे हाथ से ओपीडी कार्ड और कागज लेते हुए कहा कि इन्हें तो कैंसर है। जल्द इलाज कराना होगा। आप जल्दी एमआरआई करवाओ, तभी इलाज होगा।


अनिल का कहना है कि इसके बाद वह स्टाफ उन्हें सेकेंड फ्लोर पर ले गया और वहां पर फॉर्म भरवाया। फिर उसने कहा कि जल्दी से पैसे दे दो। मैं पैसे जमा करा दूंगा, तब जल्दी हो जाएगा। उसने फॉर्म भरा, स्टाम्प लगाने के लिए ओपीडी कार्ड लेकर भी गया। इसके बाद वह अंदर गया। फिर वहां से कहां चला गया, पता ही नहीं चला। जब काफी देर तक वह बाहर नहीं आया तो उन्होंने सिक्युरिटी गार्ड से पूछा तो गार्ड ने कहा कि तुम लुट गए।

अनिल ने इसके बाद वहां हंगामा किया और शोर मचाया तो सभी गार्ड पहुंच गए। जब सीसीटीवी कैमरे में देखा तो पता चला कि वह पैसे लेकर फरार हो गया है, लेकिन चेहरे पर मास्क पहने होने की वजह से उसकी पहचान नहीं हो पाई। अनिल ने एम्स प्रशासन के पास लिखित शिकायत की। उन्होंने एम्स की चौकी में भी इसकी शिकायत की। एम्स प्रशासन का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है। पुलिस को हरसंभव मदद दी जा रही है। एम्स में इलाज और जांच के लिए एक डेट निश्चित होता है। कोई भी पैसा लेकर इस डेट को चेंज नहीं करा सकता है। इसलिए कोई ऐसे दलालों के चक्कर में नहीं पड़े और कोई ऐसा कहता है तो उसे पकड़वाने में मदद करे।

पिछले दिनों भी एम्स में एक पेशंट से जल्द जांच कराने के नाम पर पैसे मांगे गए थे। सूत्रों का कहना है कि आए दिन लोग यहां पर ठग के शिकार हो रहे हैं, लेकिन इन दलालों को पकड़ने के लिए एम्स के पास कोई प्लान नहीं है।
courtesy-  navbharattimes.indiatimes.com 

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